12वीं कक्षा पास करते ही बहुत सारे छात्र सरकारी नौकरी करना चाहते हैं। क्योंकि यह स्थिर और अच्छी सैलरी वाली होती है। सरकारी नौकरी में सबसे मुख्य बैंकिंग, पुलिस और सिविल सर्विस शामिल है। आज इस लेख में हम मुख्य तौर पर पुलिस के बारे में जानेंगे कि 12वीं के बाद दरोगा कैसे बने? इसके लिए कौन सा एग्जाम देना होगा और क्या योग्यता होगी। हमारे देश में कानून व्यवस्था अच्छे से चलने के लिए पुलिस स्टेशन की स्थापना की गई है। जिसमें अनेक अधिकारी काम को करते हैं। उनमें से एक पोस्ट सब इंस्पेक्टर या दरोगा की होती है।
दरोगा को इंग्लिश में सब-इंस्पेक्टर कहते हैं। यह पुलिस स्टेशन में मुख्य व्यक्तियों में से एक है। जिसके निर्देश पर सभी कांस्टेबल और हवलदार काम करते हैं । सब इंस्पेक्टर का काम पुलिस स्टेशन में आधिकारिक कार्यों को संचालन करना होता है।
दरोगा के कार्य क्या होते हैं?
- अपने अधिकार क्षेत्र में कानून व्यवस्था को बनाए रखना।
- कानून के दायरे में रहकर अपराधों की जांच करना और अपराधियों को गिरफ्तार करना।
- जनता और उनकी संपत्ति को जोखिमों से सुरक्षा प्रदान करना।
- कुख्यात और बदनाम लोगों के विवरण को पढ़ना और उनकी गतिविधियों पर निगाह बनाए रखना।
- आधिकारिक और निजी स्रोतों से इंटेलिजेंस रिपोर्ट और अन्य जानकारी प्राप्त करना और इसके खिलाफ कदम उठाना या फिर इसकी जानकारी उचित अधिकारियों को देना का दरोगा का काम होता है।
- पुलिस स्टेशन में काम करने वाले कर्मचारियों पर निरंतर रखना।
- अपने अंतर्गत काम करने वाले सिपाहियों या हवलदारों के काम का बंटवारा करना।
- अपने पुलिस स्टेशन क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को सुनना और हल करना।
- विभिन्न तरह के होने वाले जन कार्यक्रमों, रैली इत्यादि में कानून व्यवस्था बनाए रखना।
- जनता द्वारा पुलिस स्टेशन में दयार की गई FIR और शिकायतों की जांच करना और इसके खिलाफ उपयुक्त कदम उठाना जिसमें गिरफ्तारी भी शामिल होती है।
- अपराधों की जांच करना और रिपोर्ट को उच्च अधिकारियों के पास जमा करवाना।
- अपराधी मामलों में यूरोपीय व्यक्ति को कोर्ट में प्रस्तुत करना।
एसएचओ और दरोगा में अंतर
एसएचओ (SHO) | दरोगा (SI) |
SHO का फुल फॉर्म ” स्टेशन हाउस ऑफिसर ” होता है । इसे हिंदी में पुलिस स्टेशन का प्रभारी अधिकारी कहा जाता है। एसएचओ को पुलिस स्टेशन का प्रमुख अधिकारी भी माना जाता है। | दरोगा पुलिस थाने के अधीन स्थापित कार्यालय पुलिस चौकी का इंचार्ज होता है। यह सबसे निचले स्तर का पुलिस अधिकारी होता है। |
SHO पुलिस स्टेशन के सभी कार्यों की देखरेख का जिम्मेदार होता है और साथ ही क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखना है। | दरोगा अपनी चौकी के सभी कार्यों की देखरेख करता है और साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखता है। |
अपने पुलिस स्टेशन का प्रतिनिधित्व होता है। इसका मुख्य काम अपने क्षेत्र में अपराध की जांच करना होता है। | दरोगा भी अपने क्षेत्र के आपराधिक मामलों की जांच करता है और चौकी का प्रतिनिधित्व करता है |
शो को FIR का पंजीकरण करने और अधीनस्थ अधिकारियों से करवाने का अधिकार है। | जबकि चौकी इंचार्ज के रूप में इसको किसी भी अपराध की एफआईआर दर्ज या पंजीकरण करने का अधिकार नहीं है। |
12वीं के बाद दरोगा कैसे बने?
12वीं कक्षा किसी भी सब्जेक्ट से मान्यता प्राप्त बोर्ड से पास करने के बाद ग्रेजुएशन कोर्स करना होगा। दरोगा का कोई भी एग्जाम देने के लिए आपके पास कम से कम अंडरग्रैजुएट की डिग्री होनी चाहिए। इसमें बीए, बीबीए, बीकॉम, बीएससी इत्यादि कर सकते हैं। इसमें कोई भी न्यूनतम अंक की अनिवार्यता नहीं होती बस बैचलर डिग्री पास होनी चाहिए।
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दरोगा के लिए योग्यता
- कैंडिडेट के पास भारत की नागरिकता होनी चाहिए।
- अभ्यर्थी की न्यूनतम उम्र सीमा ( दरोगा के लिए उम्र सीमा) न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 28 वर्ष हो सकती है। भारत सरकार के आरक्षण नियमों के अनुसार इसमें अतिरिक्त छूट भी दी जाती है। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (SC/ST) और ओबीसी के उम्मीदवार के लिए 5 साल की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
- पुलिस स्टेशन में दरोगा की भर्ती के लिए शारीरिक ऊंचाई भी निर्धारित होती है। जोकि वर्गों के हिसाब से अलग-अलग होती है। Gen/SC/OBC उम्मीदवार के लिए न्यूनतम ऊंचाई 168 cm होनी चाहिए। और सीना बिना फैलाए 79 cm तथा फुलाने पर 84 cm होना चाहिए। Gen/SC/OBC महिला कैंडिडेट के लिए न्यूनतम ऊंचाई 152 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
- अनुसूचित जाति (ST) वर्ग के पुरुष उम्मीदवार की न्यूनतम ऊंचाई 160 cm होनी चाहिए और। शाती का नाप बिना फैलाए 77 cm एवं फूलने पर 82 सेंटीमीटर होना चाहिए।
- ST महिला कैंडिडेट की न्यूनतम ऊंचाई 147 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
सब-इंस्पेक्टर या दरोगा कैसे बने- रोडमैप
- अच्छे अंको से बारहवीं कक्षा पास करें
- किसी भी सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन पास करें
- भर्ती का इंतजार करें और ऑनलाइन अप्लाई करें
- लिखित परीक्षा दे
- फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास करें
- ट्रेनिंग प्राप्त करें
12वीं के बाद दरोगा कैसे बने जानने के बाद भर्ती की बात करे तो ग्रेजुएशन पास करने के बाद समय-समय पर राज्य सरकार द्वारा पुलिस विभाग के विभिन्न पदों के लिए भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया जाता है। अगर ऊपर दिए गई ऊंचाई और छाती के नाप आपके पास है तो भर्ती आने पर अप्लाई करें और लिखित परीक्षा की तैयारी करें।
दरोगा लिखित परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
लगभग सभी राज्यों की पुलिस विभाग में लिखित परीक्षा का सिलेबस हिंदी, रीजनिंग, जीके, कॉन्स्टिट्यूशन और बेसिक मैथमेटिक्स से पूछा जाता है। इसके लिए आप ऑनलाइन कोचिंग या फिर यूट्यूब से पढ़ सकते हैं। बिहार दरोगा एग्जाम के लिए विशेष रूप से खान सर की वीडियो को देख सकते हैं।
किसी भी सरकारी भर्ती की तैयारी करने के लिए अच्छी किताबें होना बहुत जरूरी है। 12वीं के बाद दरोगा एग्जाम में यह किताबें सहायक होगी।
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दरोगा एग्जाम का सिलेबस
12वीं के बाद दरोगा कैसे बने जानने के बाद इसके सिलेबस के बारे में पता होना चाहिए क्योंकि तभी आप अच्छे से किसी भी एग्जाम की तैयारी कर सकते हैं। वैसे तो हर एक राज्य के दरोगा एक्जाम का सिलेबस अलग-अलग हो सकता है। लेकिन अगर हम सामान्य तौर पर देखे तो एक जैसा ही रहता है। उदाहरण के लिए बिहार दरोगा एग्जाम का सिलेबस देख सकते हैं:
वर्ष | प्रारंभिक इतिहास | मध्यकालीन इतिहास | आधुनिक इतिहास | पॉलीटिकल | इकोनॉमिक्स | करंट अफेयर | विश्व का भूगोल | भारत का भूगोल |
2018 (दोनों शिफ्ट को मिलाकर ) | 9 प्रश्न | 6 | 16 | 22 | 13 | 52 | 8 | 21 |
2019 (दोनों शिफ्ट को मिलाकर ) | 7 प्रश्न | 4 | 14 | 21 | 7 | 56 | 10 | 20 |
2021 (दोनों शिफ्ट को मिलाकर ) | 7 प्रश्न | 7 | 9 | 15 | 11 | 53 | 8 | 19 |
औसत प्रश्न की संख्या | 4 प्रश्न | 4 | 8 | 10 | 6 | 25 | 5 | 11 |
जैसा कि देख सकते हैं कि आर्ट्स विषय में से लगभग 45 से 50 प्रश्न पूछे जा रहे हैं। सबसे ज्यादा प्रश्न करंट अफेयर्स से पूछे जाते हैं जोकि औसत 25 प्रश्न पूछे जा रहे हैं। अगर साइंस फील्ड से संबंधित छात्रों की बात करें तो लगभग 20 प्रश्न पूछे जाते हैं। केमिस्ट्री में ज्यादा प्रश्न होते हैं।
वर्ष | साइंस एंड टेक्नोलॉजी | फिजिक्स | केमिस्ट्री | बायोलॉजी | मैथ | रीजनिंग |
2018 | 7 प्रश्न | 5 | 18 | 21 | 1 | 0 |
2019 | 8 प्रश्न | 11 | 8 | 11 | 7 | 11 |
2021 | 6 प्रश्न | 9 | 17 | 19 | 10 | 10 |
औसत | 7 प्रश्न | 8 | 14 | 17 | 6 | 7 |
दरोगा एग्जाम सिलेबस – विषय अनुसार
प्राचीन इतिहास | मध्यकालीन इतिहास | आधुनिक इतिहास |
हड़प्पा स्थल एवं राज्य | सिख धर्म | प्रमुख संस्था एवं उपदेश |
हड़प्पा स्थल एवं नदी | इतिहासकार एवं कृति | बंगाल विभाजन |
बुद्ध इतिहास | समकालीन शासक | पार्टी संगठन एवं संस्थापक |
सिकंदर इतिहास | जहांगीर के काल के चित्रकार | उपनाम / 1947 इतिहास |
कला , गद्दार शैली | गुलाम वंश की स्थापना काल | मराठा साम्राज्य |
राज्य राजधानी | प्रमुख विश्व के हुए युद्ध | |
मौर्य वंश | गवर्नर और वायराय से संबंधित प्रमुख आंदोलन ( भारत छोड़ो आंदोलन) |
विश्व भूगोल | भारत का भूगोल | भारत का भूगोल |
मध्य रेखा एवं स्थित देश | उवर्रक संयंत्र एवं संबोधित स्थल | प्रमुख उद्योग और संबंधित शहर |
ज्वालामुखी एवं देश | हिमाचली नदी | मुख्य उत्पादक राज्य |
चट्टान | प्रमुख बांध एवं नदियां | भारतीय सीमा |
आयोजन परत | प्रमुख अभ्यारणय एव राज्य | मुद्रा भारत का भौतिक विभाजन |
संविधान | अर्थशास्त्र | करेंट अफ़ेयर्स |
भारतीय संविधान | सकल घरेलू उत्पाद | खिलाड़ी एव खेल |
राष्ट्रीय दल | आरबीआई के कार्य | किताबें एव लेखक |
मौलिक अधिकार | टैक्स | खेल पुरस्कार |
प्रमुख संविधान संशोधन | बजट | प्रमुख संस्था एवं शहर |
संवैधानिक प्रावधान एवं स्त्रोत देश | प्रमुख अवधारणाएं | प्रमुख दिवस एवं सम्मेलन |
अंतरराष्ट्रीय परिषद | इंडियन इकोनामी | अंतरराष्ट्रीय संगठन योजनाएं |
नीति आयोग |
फिजिक्स | बायोलॉजी | केमिस्ट्री |
मात्रक तथा विमा | कोशिका | परमाणु संरचना |
गति और वेग | पाचन तंत्र | रासायनिक बंधन |
न्यूटन के गति के नियम | स्वसन तंत्र | कार्बनिक रसायन और उनके योगिक |
कार्य, शक्ति और ऊर्जा | कंकाल तंत्र | अभिक्रिया |
गुरुत्वाकर्षण | प्रजनन तंत्र | अम्ल क्षार |
ऊष्मा और ताप | जंतुओं का वर्गीकरण | रेडियोकस अभिक्रिया |
तरंग और ध्वनि , प्रकाश | जैव प्रौद्योगिकी | |
विद्युत, चुंबकत्व | बीमारी, पर्यावरण एवं प्रदूषण |
मैथ्स | रीजनिंग |
परसेंटेज | नंबर सीरीज |
मिक्सर कंपाउंड | क्लॉक, कैलेंडर, पेपर कटिंग फोल्डिंग |
इंटरेस्ट, प्रॉफिट एंड लॉस | ब्लड रिलेशन |
टाइम, वर्क | कोडिंग-डिकोडिंग |
नंबर सिस्टम, मेजरमेंट | वेन डायग्राम |
ज्यादातर राज्य एग्जाम में मल्टीप्ल चॉइस प्रश्न पूछे जाते हैं। इसमें से आपको चार प्रश्न में से एक को चुनना होता है। इसमें नेगेटिव मार्किंग भी हो सकती है यानी प्रत्येक गलत उत्तर पर अंक काटे जा सकता है। एग्जाम दो भागों में हो सकता है प्रारंभिक और मेन परीक्षा।
अगर मेरिट लिस्ट द्वारा आपका सिलेक्शन हो जाता है; तो 12 महीने से 24 महीने तक की ट्रेनिंग लेनी होती है। जो कि अलग-अलग राज्य पर निर्भर करती है। इस ट्रेनिंग के दौरान दरोगा की जिम्मेदारियां और कार्य करने के बारे में सिखाया जाता है।
दरोगा की सैलरी कितनी होती है?
दरोगा सबसे निचला स्तर का ऑफिसर होता है जिनका ग्रेड-पे 4200 होता है। बिहार में ट्रेनिंग के दौरान महंगाई भत्ता, राशन भत्ता इत्यादि को जोड़कर कुल 42,000 (7th -पे) की सैलरी दी जाती है। इसका बेसिक पे 35,400 होता है। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद यह 49,000 होता है।