भारत में सॉफ्टवेयर इंजीनियर सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले कर्मचारी है। जिनकी 2021 से 2023 में सैलरी में बढ़त 120% है। भारत का सॉफ्टवेयर सर्विस मार्केट लगभग 145 बिलीयन डॉलर का है जो की 2028 में 4% से बढ़कर 180 बिलीयन डॉलर का हो जाएगा। ऐसे में इस सेक्टर में जॉब के अपार संभावनाएं हैं।
12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से पास करने के बाद बच्चों की मनपसंद फील्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की है क्योंकि इसमें मिलने वाले बड़े-बड़े सैलरी पैकेज बच्चों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। अगर क्षात्र 12वीं कक्षा पास कर चुके हैं तो ऐसे में उनके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि 12वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने? तो आज के इस लेख में हम इसे विस्तार में जानेंगे कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए कोर्स सूची क्या है? और इसकी सैलरी कितनी होती है।
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग क्या है?
यह कंप्यूटर साइंस की वह ब्रांच है जिसमें किसी सॉफ्टवेयर का डिजाइन, डेवलपमेंट, टेस्टिंग मेंटेनेंस और डॉक्यूमेंटेशन बनाना शामिल रहता है। आधुनिक युग में कंप्यूटर की बढती मांग और बिजनेस में कंप्यूटर का इस्तेमाल बढ़ने से नए सॉफ्टवेयर की मांग बढ़ने लगी है। तो ऐसे में इन सॉफ्टवेयर को बनाने के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियर की मांग बड़ी है।
तो अगर आप भी टेक की फील्ड में रुचि रखते हैं और आईटी कंपनी में अपना सुनहरा भविष्य देखते हैं। तो 12वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने? के लिए यह रोड मैप फॉलो कर सकते हैं। इसमें शुरुआत से लेकर एडवांस सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने तक का सफर बताया गया है।
12वीं के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने – रोड मैप
सबसे पहले उन छात्रों के बारे में बात करते हैं जिन्होंने 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम यानी फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथमेटिक्स से पास की है। इन छात्रों के लिए सबसे बेहतरीन कोर्स विकल्प बीटेक का होता है।
बीटेक क्या है?
यह 4 साल का इंजीनियरिंग अंडरग्रैजुएट जॉब ओरिएंटेड कोर्स है जो की 12वीं कक्षा के बाद किया जा सकता है। इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए फिजिक्स और मैथमेटिक्स का होना आवश्यक है। बीटेक कोर्स में कंप्यूटर से संबंधित बेसिक जानकारी और इसके आर्किटेक्ट के बारे में सिखाया जाता है। जिससे बेसिक और जटिल सॉफ्टवेयर डिजाइन कर सकते हैं।
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) जो भारत के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज माने जाते हैं। इनसें Btech करने के लिए जईई मेंस और जईई एडवांस्ड का एग्जाम पास करना होगा। जईई मेंस एग्जाम पास करने के बाद विभिन्न प्राइवेट इंस्टिट्यूट और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (NITs) जो कि आईआईटी के बाद दूसरे सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान है में से बीटेक की डिग्री कर सकते हैं।
IITs से बीटेक करने के लिए जईई मेंस के साथ जईई एडवांस्ड एग्जाम पास करना होगा जो कि भारत में सबसे कठिन एग्जाम में से एक है। हर साल लगभग 10 लाख बच्चे एग्जाम की तैयारी करते हैं। जिसमें से कुछ 10,000 के करीब ही आईआईटी में एडमिशन ले पाते हैं।
इंजीनियरिंग के लिए अन्य एंट्रेंस एग्जाम है: BITSAT, SRMJEE, VITEEE, MUOET, WEBJEE, KIITEE, LPUNEST। यह कुछ टॉप सरकारी कॉलेज एजेंट से आप बीटेक इन कंप्यूटर साइंस कोर्स कर सकते हैं:
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का सिलेबस
सिलेबस कोर्स और कॉलेज पर निर्भर करता है; लेकिन सामान्य तौर पर बीटेक इन कंप्यूटर साइंस का सिलेबस एक जैसा ही होता है। इसमें प्रमुख रूप से दो प्रोग्रामिंग लैंग्वेज और कंप्यूटर हार्डवेयर आर्किटेक्ट, ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में पढ़ाया जाता है।
साल 1 | साल 2 |
इंट्रोडक्शन टो पाइथन | इंट्रोडक्शन टू C लैंग्वेज |
डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स | इंजीनियरिंग ड्राइंग |
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स 1 | डिस्क्रीट मैथमेटिक्स |
एचटीएमएल, सीएसएस और जावास्क्रिप्ट | डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम |
सॉफ्ट स्किल्स | सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग |
ओरिएंटेशन टो कंप्यूटिंग | कम्युनिकेशन स्किल्स |
एनवायरमेंटल स्टडीज | इंजीनियरिंग फिजिक्स |
साल 3 | साल 4 |
डाटा स्ट्रक्चर्स एंड एल्गोरिथम्स | इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स 2 |
इंट्रोडक्शन टू ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (C++) | जावा प्रोग्रामिंग |
ऑपरेटिंग सिस्टम | डिजाइन एनालिसिस का एल्गोरिथम |
डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स | आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस |
कंप्यूटर नेटवर्क्स | इंजीनियरिंग माइनर इलेक्टिव 1 |
कंप्यूटर नेटवर्क और ऑपरेटिंग सिस्टम लैब | इंजीनियरिंग माइनर इलेक्टिव 2 |
कम्युनिकेशन लैंग्वेज |
यह कुछ टॉप गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज है
कॉलेज | एडमिशन का माध्यम | एवरेज सैलेरी (प्रतिवर्ष) | फीस (प्रतिवर्ष) |
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (IITs) | जेईई मेंस और एडवांस | ₹20 लाख | ₹1.5 लाख |
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (NITs) | जेईई मेंस | ₹16 लाख | ₹1.4 लाख |
यादवपुर यूनिवर्सिटी कोलकाता | WEBJEE | ₹20 लाख | ₹25,000 |
जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी हैदराबाद | EAMCET | ₹5 लाख | ₹12,000 |
PSG कॉलेज ऑफ़ टेक्नोलॉजी तमिल नाडू | TANCET | ₹7 लाख | ₹52,000 |
जीबी पंत यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी उत्तराखंड | जेईई मेंस | ₹6 लाख | ₹56,000 |
जेसी बोस यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (YMCA), फरीदाबाद | जेईई मेंस | ₹8 लाख | ₹55,000 |
यूनिवर्सिटी आफ दिल्ली (DU) | CUET | ₹10 लाख | ₹18,000 |
ज्यादा प्रतिस्पर्धा होने के कारण सरकारी कॉलेज से बीटेक करना काफी मुश्किल है। तो अगर आप थोड़ी ज्यादा फीस भर सकते हैं तो यह प्राइवेट कॉलेज इंजीनियरिंग की फील्ड में बेस्ट है:
कॉलेज | एडमिशन का माध्यम | एवरेज सैलेरी (प्रतिवर्ष) | ट्यूशन फीस (प्रतिवर्ष) |
IIMT ग्रेटर नोएडा | CUET | ₹5 लाख | ₹1. 4 लाख |
एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा | CUET | ₹6 लाख | ₹90,000 |
NIIT यूनिवर्सिटी जयपुर | CUET | ₹6.8 लाख | ₹3 लाख |
शारदा यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा | CUET | ₹8 लाख | ₹1.8 लाख |
बीएमएल मुंजल यूनिवर्सिटी गुड़गांव | CUET | ₹8 लाख | ₹1.5 लाख |
गलकोटिया यूनिवर्सिटी | CUET | ₹8.78 लाख | ₹1.8 लाख |
यूनिवर्सिटी का पेट्रोलियम एनर्जी स्टडी देहरादून | CUET | ₹8.66 लाख | ₹4 लाख |
वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी वेल्लोर | VITEEE | ₹8.19 लाख | ₹1.9 लाख |
LNMIIT जयपुर | जेईई मेंस | ₹11.22 लाख | ₹3 लाख |
थापर यूनिवर्सिटी पटियाला | जेईई मेंस | ₹10.30 लाख | ₹5 लाख |
मणिपाल यूनिवर्सिटी | MUET | ₹8.9 लाख | ₹5.30 लाख |
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी | LPUNEST | ₹10 लाख | ₹2.4 लाख |
SRM यूनिवर्सिटी चेन्नई | SRMJEEE, जेईई मेंस | ₹9.4 लाख | ₹3.6 लाख |
जैसा कि आपने देखा कि बीटेक के लिए सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेना काफी मुश्किल है और प्राइवेट कॉलेज की फीस लाखों में होती है। तो ऐसे में छात्र के पास सॉफ्टवेयर इंजीनियर में करियर बनाने का दूसरा विकल्प बीएससी कंप्यूटर साइंस के जरिए होता है।
12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग कोर्स | 12वीं के बाद पैथोलॉजी कोर्स |
12वीं के बाद दरोगा कैसे बने? | 12वीं के बाद गणित के छात्रों के लिए करियर विकल्प |
सरकारी टीचर बनने के लिए 12वीं के बाद क्या करें? |
बीएससी कंप्यूटर साइंस
यह 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है जो कंप्यूटर संबंधित जानकारी प्रदान करता है। इस कोर्स के माध्यम से भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं बस शर्त यह है कि इसमें ज्यादा मेहनत लगती है। लेकिन अंत में जॉब के समय कौशल और सीखी गई स्किल को महत्वता दी जाती है। तो किसी भी कोर्स को करने के दौरान आप ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिकल स्किल्स को सीखे और प्रोजेक्ट पर काम करें।
यह कोर्स उन छात्रों के लिए भी बेहतर साबित हो सकता है जो आगे जाकर टीचिंग की फील्ड में कैरियर बनाना चाहते हैं। इस कोर्स का पाठ्यक्रम भी btech की तरह ही होता है; जिसमें प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, डाटा स्ट्रक्चर इन एल्गोरिथम, कंप्यूटर नेटवर्क्स, ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे प्रमुख विषय शामिल होते हैं। इस कोर्स की फीस ₹40,000 से लेकर ₹1,20,000 तक हो सकती है। यह कुछ प्रमुख कॉलेज है जो बीएससी कंप्यूटर साइंस कोर्स ऑफर करते हैं:
- लोयोला कॉलेज चेन्नई
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस IISC बैंगलोर – एंट्रेंस एग्जाम ( KVPY, जेईई मेंस / जईई एडवांस्ड )
- फरयूजन कॉलेज पुणे
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी चंडीगढ़
- सेंट जेवियर कॉलेज मुंबई
- जैन यूनिवर्सिटी बैंगलोर
- डॉल्फिन पीजी कॉलेज फतेहगढ़ साहिब
- कलिंगा यूनिवर्सिटी रायपुर
- दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज न्यू दिल्ली
- सिटी यूनिवर्सिटी लुधियाना
- पीएसजी कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड साइंस कोयंबटूर
- क्रिस्ट यूनिवर्सिटी बैंगलोर
- माउंट कार्मल कॉलेज बैंगलोर
आईटी कंपनी में उच्च पोस्ट पर नौकरी करने के लिए बीएससी के बाद एमएससी की या फिर NIMCET एग्जाम के माध्यम से नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NITs) से एमसीए कोर्स कर सकते हैं। सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की फील्ड में विशेषज्ञा हासिल करने के लिए मास्टर के बाद CISR नेट एग्जाम पास करने से पीएचडी कर सकते हैं।
12वीं कॉमर्स के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने?
अब उन छात्रों की बात करते हैं जिन्होंने 12वीं कक्षा कमर्स फील्ड या फिर आर्ट्स से पास की है। इन छात्रों के लिए सबसे अच्छा कोर्स विकल्प बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA) रहता है।
बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA)
बीसीए 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स है इसके माध्यम से कंप्यूटर एप्लीकेशंस को सीख जा सकता है। इस कोर्स के माध्यम से बेसिक कंप्यूटर फंडामेंटल्स, ऑपरेटिंग सिस्टम, कंप्यूटर नेटवर्क्स, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, डाटा स्ट्रक्चर और एल्गोरिथम जैसे विषय को सीख जा सकता है। बीसीए के लिए टॉप एंट्रेंस एग्जाम है:
- सिंबोसिस यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट
- इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट
- पंजाब यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट
हालांकि यह बीटेक की तरह जॉब प्रोफेशनल और टेक्निकल कोर्स नहीं है। लेकिन कंप्यूटर फील्ड में बेसिक जानकारी प्रदान करता है। अगर बीसीए करने के बाद किसी प्रतिष्ठित इंस्टिट्यूट जैसे NIT से एमसीए कर लेते हैं तो आप बीटेक छात्र के समांतर ही देखे जाएंगे। बीसीए कोर्स के लिए है कुछ टॉप इंस्टिट्यूट है:
कॉलेज | एवरेज सैलेरी (प्रतिवर्ष) | फीस (प्रतिवर्ष) |
क्रिस्ट यूनिवर्सिटी बैंगलोर | 6 लाख | 4.7 लाख |
मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज | 2-3 लाख | 1.2 लाख |
IMS नोएडा | 3.7 लाख | 3 लाख |
लोयोला कॉलेज | 5 लाख | 3 लाख |
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी जालंधर | 6 लाख | 2.5 लाख |